dil ka daura padane ke lakshan, kaaran aur upachaar | हृदयाघात: लक्षण, कारण और उपचार

 हृदयाघात के लक्षण, कारण और उपचार

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हार्ट अटैक

मनुष्य का हृदय शरीर का एक छोटा अंग है। यह छाती के बीच में पसलियों के बीच स्थित होता है जो हड्डियों से बनी होती हैं। अधिक चर्बी के कारण हृदय की धमनियों में रुकावट आ जाती है जिससे रक्त का प्रवाह रुक जाता है और हृदय तक रक्त पहुँचने में बाधा उत्पन्न होती है। रक्त के थक्के बनने लगते हैं।

यह मनुष्य के लिए जानलेवा हार्ट अटैक साबित होता है।

  • मोटापे या हाई बीपी के कारण।
  • बहुत अधिक आराम करने के कारण।
  • मधुमेह या लगातार गैस बनने के कारण।
  • धूम्रपान और शराब पीने के कारण।
  • अंडे, मांस और डेयरी उत्पादों के अत्यधिक उपयोग के कारण।

सामान्य नियमों का पालन न करने के कारण। (सामान्य नियमों की जानकारी के लिए मरीज को स्वयं डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए।)

उपचार

यह बाईपास केवल हार्ट फेलियर की स्थिति में ही अपने आप नहीं होता है। जब हार्ट अटैक आए और एनजाइना का दर्द असहनीय हो जाए तो होम्योपैथिक दवा एकोनाइट-200 की एक बूंद जीभ पर 5 मिनट के अंतराल पर तीन बार डालने से 5 से 6 मिनट में तुरंत आराम मिलेगा।

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