maigren: kaaran, lakshan aur upachaar | माइग्रेन: कारण, लक्षण और उपचार

 माइग्रेन: कारण, लक्षण और उपचार

In Hindi


माइग्रेन/सिरदर्द

यह बीमारी अधिकतर महिलाओं में पायी जाती है। यह कई प्रकार की होती है। माथे का दर्द (अग्रभाग का दर्द) यह दर्द ज्यादातर गुस्से के कारण होता है। पिछले भाग का दर्द-यह दर्द उनको होता है जिनको पेट में गैस रहती है, जिनका खाना ढंग से हजम नहीं होता।

आधासीसी या आधे सर का दर्द यह दर्द रक्त वाहिनियों में दबाव के कारण होता है और यह रोग महिलाओं में ज्यादातर पाया जाता है।

चोट का दर्द- एक्सीडेन्ट या सिर में चोट लगने से यह दर्द होता है।

सूर्य की रोशनी से दर्द- यह सूर्य की तेज रोशनी में होता है। कभी-कभी दर्द सूर्य के निकलते ही शुरू होता है और सूर्य छिपने के बाद बन्द हो जाता है।

कारण

  • मानसिक तनाव या चिड़चिड़ेपन के कारण।
  • थकान के कारण या नींद पूरी न होने के कारण।
  • हाई बी.पी. के कारण या पेट में गैस के कारण।
  • अत्यधिक क्रोध के कारण या अधिक तेज गर्मी या लू के कारण।
  • किसी चीज की एलर्जी या कब्ज व अजीर्ण के कारण।
  • किसी गम्भीर बीमारी या मासिक धर्म में अनियमितता के कारण।

लक्षण

सिर में किसी एक स्थान पर दर्द हो सकता है या दर्द के कारण सारा सिर परेशान हो सकता है।

अधिकतर दर्द सिर के एक स्थान से शुरू होकर सारे शरीर में फैल जाता है।

ऐसा लगता है जैसे दर्द से सिर फट जायेगा।

ऐसा लगता है जैसे सिर पर कोई हथौड़े चला रहा है या सिर पर पत्थर पीस रहा है।

माइग्रेन में सिर दर्द सिर के एक ओर होता है।

सिर दर्द के कारण उल्टियां भी आ सकती हैं।

उपचार

आधे सिर में दर्द के उपचार के लिए रात को सोते समय देशी गाय का घी नाक में 1-1 बूंद डालकर सोयें।

नोट- उत्तम परिणाम के लिए आप भारतीय गाय के देशी घी से तैयार औषधि संजीवनी घृत प्रयोग करें।

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