सरवाइकल स्पोंडिलोसिस: उपचार, कारण और लक्षण | saravaikal spondilosis: upachaar, kaaran aur lakshan

सरवाइकल स्पोंडिलोसिस: उपचार, कारण और लक्षण



सर्वाइकल / स्पॉन्डिलाइसिस

मेरूदण्ड के सबसे ऊपरी भाग को सर्वाइकल रीजन कहते हैं। जब गले की निचली कोशिकाओं एवं इसके जोड़ों को नुकसान पहुँचता है तो गर्दन में सूजन आ जाती है, जिससे सर्वाइकल रीजन की शाखायें दबने लगती हैं, इसी को सर्वाइकल स्पॉन्डिलाइसिस कहते हैं।


कारण

  • गलत ढंग से लम्बे समय तक सिर झुकाकर काम करने से।
  • मोटा तकिया लगाकर सोने या जरूरत से ज्यादा वजन उठाने से।
  • चोट लगने से या एक्सिडेन्ट होने या अत्यधिक तनाव से।


लक्षण

  • गर्दन व कंधों में जकड़न ।
  • गर्दन पीछे करने या सिर नीचे झुकाने पर रोगी को चक्कर आना।
  • चलने में कठिनाई होना या सुबह उठते समय गर्दन के पीछे दर्द बढ़ना।


उपचार

स्पॉन्डिलाइसिस की सरल औषधि है चूना। मरीज 1 दिन में 1-2 ग्राम चूना सुबह खा सकते हैं दही के साथ, छाछ के साथ या पानी में मिलाकर।

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